1. श्रीमान् जी का जन्म सन् 1901 ई.2. श्रीमान् जी जातिय कार्यों में भी खूब दिलचस्पी लेते थे।3. श्रीमान् जी जातिय कार्यों में भी खूब दिलचस्पी लेते थे।4. मेरे श्रीमान् जी मुझे बार-बार सावधान रहने की हिदायत भी दिया करते थे। 5. श्रीमान् जी , आपका ब्लाग पढा, बहुत ही रोचक व ज्ञानवर्धक है ।6. श्रीमान् जी आपके इस पोस्ट का लिंक पुनः चर्चामंच पर डाल दिया गया है अब वहां से यह खुलेगा।7. मेरा मतलब था कि क्या गैस भरवाने जा रहे हैं? '' वे श्रीमान् जी अपनी आदत से बाज नहीं आये। 8. एक शब्द ' लेकिन ' उसके साथ आज भी चिपका है, बालों में च्यूइंगम की तरह, बाल काटे बिना नही छूटेगा श्रीमान् जी । 9. बेशक लखनऊ के शिक्षासम्मेलन में आपको ये अभूतपूर्व अवार्ड मिल गया लेकिन श्रीमान् जी ये हिन्दू धर्म की गाय हिन्दू के खूँटे पे बँधी छोड़ दीजिए। 10. मेरठ में जिस समय जाट महासभा का वार्षिक अधिवेशन हुआ था, श्रीमान् जी ने उसका सभापतित्व ग्रहण करके अपने जातीय प्रेम का परिचय दिया था।